वक़्त-ए-रुखसत क़ासिद ने दिया
तेरा बंद लिफाफा
'ना' होगी ये सोच उम्र भर खोला नहीं
तेरा बंद लिफाफा
यूं सारे गवाहो-सुबूत मेरे हक़ में थे
मुंसिफ़ पलट गया देख अदालत में
तेरा बंद लिफाफा
तक़दीर हम दोनों की एक सी हमदम
मेरा मुकद्दर ना खुला और ना खुला
तेरा बंद किफ़ाफ़ा
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