ravikikavitayen
Thursday, December 5, 2013
मुझको उसकी इबादतों में जगह मिल गई
तुम ढूँढते रहो ! मुझे तो ज़न्नत मिल गई
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment