Friday, March 18, 2011

वादा कर गए थे इन रोती आँखों से, वो आयेंगे,
मौसम सुहाने मेरी बस्ती में, तब से नहीं आते
तुम्हें मेरी गूँगी आँखों का वास्ता, चले भी आओ
अब तो आँसू भी मेरी आँख में कब से नहीं आते

5 comments:

  1. dard ki jo barf aapne dil mein jama rakhi hai
    ab pighal jaane do ufanti hui nadi bankar
    bahut acchi racna

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  2. आप का बहुत बहुत शुक्रिया

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  3. यहाँ आकर नयी पोस्ट देख सकते हैं ..

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