Monday, July 21, 2014

कल की बात



                             



अभी कल की बात है
कल की ही सी तो बात है
हम बड़ों की एक्टिंग करते थे
बड़े होने की जल्दी थी
छोटे नहीं रहना चाहते थे
छोटे थे तो भी बड़ा दिखना चाहते थे
बड़ों की तरह सिगरेट
बड़ों की तरह बीयर
बड़ों की तरह फिल्में…. किताबें  
वो सब किताबें जो मना थीं
वो सब फिल्में जो मना थीं
फिर देखते देखते हम बड़े हो गये
और बड़े हो गये
बड़े होते होते बुढ़ा गये
और ये क्या बड़े बूढ़े हो गये
और अब हर कदमहर दम..हर चंद
कोशिश
छोटे होने की
छोटे दिखने की  

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