ravikikavitayen
Saturday, July 6, 2013
क्यों खो जाता हूं हर बार तेरी यादों के शहर में
क्यों खो जाता हूं हर बार तेरी यादों के शहर में
गो दिन-रात की आमदोरफ्त है अपनी
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