मज़दूर किसी गम में
कभी काम बंद नही करता
काम बंद करने का मतलब
उसको मालूम है
उसको मालूम है काम बंद
करने का मतलब है
उसका और उसके कुटुम्ब का फाक़ा
और चार दिन के फाक़े का मतलब है
परचून की उधारी
उधारी ?
उधारी का मतलब है
महाज़न की देनदारी
और देनदारी का मतलब है
परबतिया..साबित्तरी और
नन्ही मुनिया की लाचारी
दिन में बंधुआ मज़दूरी और
और रात में ‘खिलवाड़ी’
जनम जनम की ख्वारी ..
ख्वारी और ख्वारी….
मज़दूर किसी गम में कभी
काम बंद नही करता
काम बंद करने का मतलब उसे मालूम है